विजयादशमी की शुभकामनाएं [रूडा श्याम घेर आव्या घनश्याम ठक्कर (ओएसीस)]

Rooda Shyam Gher Avyaa           Play>>

रूडा श्याम घेर आव्या         विजयादशमी की शुभकामनाएं          

 

Computer Art: Ghanshyam Thakkar [Oasis]

 

गीत और संगीत घनश्याम ठक्कर
Lyrics and Music: Ghanshyam Thakkar
સ્વર: કિશોર મનરાજા, નેહા મહેતા અને વૃંદ
Singers: Kishore Manraja, Neha Mehta
નવરાત્રિનાં વધામણાં (રાત્રી-3)
Happy Navratri

ब्लु जिन्स गरबा [जिया बेकरार है (इन्स्टुमेंटल रिमिक्स) – घनश्याम ठक्कर ‘ओएसीस’

ब्लु जिन्स गरबा [जिया बेकरार है (इन्स्टुमेंटल रिमिक्स) – घनश्याम ठक्कर ‘ओएसीस’

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Jiya BeKaraara Hai Instrunental Remix –

Ghanshyam Thakkar (Oasis)     Disco Garba

Computer Art: Oasis Thacker           For a larger view, click on the image

Computer Art: Oasis Thacker

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Published by Oasis Thacker

Ghanshyam Thakkar

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नवरात्री की शुभकामनाएं [अमे मैयारां रे – घनश्याम ठक्कर]

अमे मैयारां रे…गोकुळ गामनांPlay >>

Computer Art: Ghanshyam Thakkar [Oasis]

गीतकारः नरसिंह महेता + घनश्याम ठक्कर

संगीतकारः घनश्याम ठक्कर

संगीत आल्बमः : ओ राज रे

गीतकारः नरसिंह महेता + घनश्याम ठक्कर

संगीतकारः घनश्याम ठक्कर

स्वरः किशोर मनराजा, जयश्री भोजविया और साथी

Oasis Thacker Production

Computer Art: Ghanshyam Thakkar [Oasis]

Original photo from web

Published by : Oasis Thacker

Ghanshyam Thakkar

जनमाष्टमी की शुभकामनाएं 2012 MP3 – घनश्याम ठक्कर Oasis

Computer Art: Ghanshyam Thakkar

गीत और संगीतः घनश्याम ठक्कर (ओएसीस)
Lyrics and Music: Ghanshyam Thakkar
आलबम: आसोपालव नी डाळे
स्वर: किशोर मनराजा, नेहा महेता और साथी

Singers: Kishore Manraja, Neha Mehta and chorus

ghanshyamthakkar.com का नया रंगरूप – घनश्याम ठक्कर

मेरे वेबसाइट का का नया रंगरूप

घनश्याम ठक्कर

‘रंग बरसे’ वाद्य रिमिक्स MP-3 – घनश्याम ठक्कर

‘रंग बरसे’ वाद्य रिमिक्स MP-3

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घनश्याम ठक्कर

दोस्तो,

होली के दिन ‘रंग बरसे’ गाने का यु ट्युब विडियो के माध्यम द्वारा वाद्य रिमिक्स, समीक्षा, और हास्य की पोस्ट प्रकाशित की थी. बहुत अच्छा रिस्पोन्स मिला. अकेले संगीत की का अनुरोध भी हुआ. इस लिये वाद्य संगीत की यह अलग धून दे रहा हूं

घनश्याम ठक्कर

वॅलेन्टाइन डे की शुभकामनाएं (विडियो) [रूत ये सुहानी – घनश्याम ठक्कर)

सभी दोस्तों को वॅलेन्टाइन डे की शुभकामनाएं

Video विडियो Play>>

इस वेलेन्टाइन डे की संध्या पर मैं बॉलिवुड की अतीत और वर्तमान की सुंदर और प्रतिभावान अभिनेत्रियों को दुनिया के सबसे रोमेंटिक गीत (याने के मेरे गीत) से सेरेनेइड करता हूं

रूत ये सुहानी

संगीतः घनश्याम ठक्कर

गायकः राम शंकर

 

हेप्पी न्यु यर … साल मुबारक – घनश्याम ठक्कर [Ainvayi Ainvayi वाद्य संगीत रीमिक्स MP3ઃ Ghanshyam Thakkar ]

प्यारे दोस्तों

नए साल के लिए मेरी शुभकामनाएं

घनश्याम ठक्कर

Ainvayi Ainvayi

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Original Score: Salim – Sulaiman

Instrumental Music Remix: Oasis Thacker

[Ghanshyam Thakkar]

बचपन की मोहोबत को (संगीत रिमिक्सः घनश्याम ठक्कर) Bachpan Ki Mohobat Ko (MP3):Music Remix: Oasis Thacker

Bachpan Ki Mohobat Ko

बचपन की मोहोबत को

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(MP3):

Instrumental Music Remix & Performance:

Oasis Thacker
( Ghanshyam Thakkar)

Music Original Score: Naushad

वाद्य रिमिक्स ઃघनश्याम ठक्कर ‘ओएसीस’

संगीतकारः नौशाद

फिल्म ः बैजू बावरा

Film Baiju Bavra (1952)

‘बैजू बावरा’ अभिनय, कहानी, निर्देशन और संगीत के बिंदु से बॉलीवुड की सबसे उत्कॄष्ठ फिल्मों में से एक है. तानसेन और शहेनशाह अकबर के समकालिन बैजू भारतीय शास्त्रीय संगीत में योगदान देने वाली महत्वपूर्ण प्रतिभा है.

लेकिन अच्छी कहानी के लिये यह पर्याप्त नहीं है. अकवर कला-प्रेम और संगीत-प्रेम के लिये और अच्छे कलाकारों का सन्मान करने के लिये मशहूर है. जैसे पुराने रोमन साम्राज्य में सम्राट अपने और प्रजा के मनोरंजन के लिये Fight till death शर्तवाले duals रखते थे, यहां श्हेनशाह असाधारण द्वंद्व का आयोजन करते है. दो संगीतकारों के बीच संगीतस्पर्धा आज भी होती है. लेकिन यहां शहेनशाह का तरंग नये प्रकार के संगीत द्वंद्व की घोषणा करते हैं. ‘राज्यमें से कोई भी अकबर के प्रधान संगीतकार तानसेन को चुनौती दे सकता है, लेकिन अगर वह हार जाये तो उसे सजाये मौत मील सकती है. ऐसे अच्छे शाशक भी कभी कभी पागलपन दिखा सकते थे. खैर, ऐसे ही पागलपन के साथ छोटे गांव का संगीतकार बैजू यह चुनौती उठाता है, और जिस प्रेमिका के पीछे वह पागल (बावरा) था उसे छोड कर जाता है. हारता है. लेकिन अकबर उसे जीवनदान देते हैं फिल्ममें यह गीत बैजू की प्रियतमा विदाय के समय गाती है.

इस लेख का उद्देश्य फिल्म की कहानी कहने का नहीं है, लेकिन गीत/संगीत के लिये भाव की पूर्वभूमिका तैयार करनेका है.

बात ‘मोहोबत’ की नहीं, ‘बचपन की मोहोबत’ की है. फर्क है. बचपनमें निर्दोश प्रेम की जो सच्चाई होती है वह उम्र बढने के साथ स्वार्थ, अभिमान आदि  विकार से कलुषित होती है.
लेकिन केबल टीवी और इन्टरनेटके आगमन के बाद बचपन और वयस्कता के बीच की लक्षमणरेखा पतली हो गई है. जो कचरा वयस्कों के लिये तैयार होता है वह बच्चोंको भी उअपल्ब्ध है.

नौशाद साहब और कुछ नहीं करते, और सिर्फ ‘मोगले आझम’ और ‘बैजू बावरा’ में संगीत देते, तो भी उन्हें मैं दुनिया के श्रेष्ठ संगीतकारों के समुहमें शामिल करता.

दीपावलीके त्योहारोंकी शुभकामनाएं – संगीतकार और वादकः घनश्याम ठक्कर

शहनाई (सिंथेसाइझर) वादन

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संगीतकार और वादकः घनश्याम ठक्कर

Happy Diwali

Music Composer & Performer: Ghanshyam Thakkar